
थाईलैंड और कंबोडिया की सीमा पर स्थित विवादित क्षेत्र में शुक्रवार सुबह से लगातार गोलीबारी हो रही है। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर पहली गोली चलाने का आरोप लगाया है। यह तनाव ऐसे समय में बढ़ा है जब एक दिन पहले लैंडमाइन विस्फोट में एक थाई सैनिक घायल हो गया था।
हताहतों की संख्या और हालात
थाईलैंड के स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक, इस झड़प में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें एक सैन्यकर्मी और 11 नागरिक शामिल हैं।
थाई अधिकारियों की रिपोर्ट के अनुसार:
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सुरिन प्रांत में दो नागरिकों की मौत (एक आठ साल का बच्चा शामिल)
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उबोन रत्चथानी प्रांत में एक नागरिक की मौत
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सीसाकेत प्रांत में आठ नागरिकों की मौत
कुल 14 लोग घायल हुए हैं और 35 लोग हमले से प्रभावित माने जा रहे हैं।
स्कूल बंद, लोगों से क्षेत्र खाली करने की अपील
थाईलैंड के शिक्षा मंत्रालय ने सीमा से लगे सुरिन, सिसाकेत और बुरीराम जिलों के 582 स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है।

कुछ स्कूलों को अस्थायी आश्रयों में बदला गया है, जहां झड़प प्रभावित नागरिकों को रखा जा रहा है। थाई दूतावास ने नागरिकों से कंबोडिया छोड़ने की अपील की है।
पेट्रोल पंप पर हमला और जंगलों में सेना की तैनाती
सीमा के पास सिसाकेत प्रांत में एक पेट्रोल स्टेशन से धुआं निकलता देखा गया, जिससे साफ है कि रिहायशी क्षेत्रों को भी निशाना बनाया गया है।
थाईलैंड के राष्ट्रीय उद्यान महानिदेशक ने सैनिकों को समर्थन देने के लिए चार वन्यजीव अभयारण्य और दो राष्ट्रीय उद्यान खोलने का आदेश दिया है।
क्या होगा आगे?
दोनों देशों के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है और कूटनीतिक हल की संभावनाएं कमज़ोर दिख रही हैं। थाईलैंड ने कंबोडिया से अपने राजदूत को भी वापस बुला लिया है, जिससे यह मामला अब अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुंच सकता है।
थाईलैंड-कंबोडिया सीमा पर स्थिति युद्ध जैसी होती जा रही है। नागरिकों की सुरक्षा और मानवीय राहत अब प्राथमिकता बन गई है। क्या आने वाले दिनों में यह विवाद और गहरा होगा या कोई शांतिपूर्ण समाधान निकलेगा?
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